जो नहीं करता आराम,जो हर वक्त करता है काम ,उसको सलाम : बंसल
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं स्थानीय सांसद पवन कुमार बंसल ने श्रमिक दिवस पर सभी
कामगारों को ढेर सारी शुभकामनाये दी | उन्होंने कहा कि मेहनतकश काम करने वाले श्रमिक,
अपने जीवन में आत्मसंतोष का लक्ष्य बनाकर दूसरों को एक बहुत बड़ा सन्देश देते है |
उन्होंने अपने सन्देश में कहा कि मेहनतकश लोग लू के थपेड़ो की चपेट में या फिर सूरज
की झुलस में भी पीछे नहीं हटते और अपने काम को अंजाम देते है ,और इसीलिए इन्हे देश
का धरोहर कहा जाता है |
बंसल ने कहा " बीजेपी सरकार मज़दूर विरोधी है, हमारी मांग है कि डी सी रेट
प्रक्रिया समाप्त न हो |अपने कर्मो में मग्न हो कर मज़दूर हर इमारत की नीव को अपने
पसीने से मज़बूत बनाता है और यही वजह है की देश की तरक्की, इन कामगारों पर बहुत
निर्भर करती है| आज के हालत देश में ऐसे हो गए है कि बेरोज़गारो को काम नहीं मिल रहा
,मज़दूर हर सुबह मज़दूरी के लिए चौक और चैराहो पर हाथ में थैला तान,टकटकी लगाए
काम की तलाश करता रहता है"
बंसल ने कहा कि कांग्रेस की मनरेगा योजना ने मजदूरों को काम दिया, दाम दिया
और सम्मान भी दिया ,लेकिन आज की भाजपा सरकार धन्नासेठों के लिए समर्पित है, उसे
मज़दूरों और श्रमिकों से कोई वास्ता नहीं है |करोडो रूपये का भुगतान बकाया है | नोटेबंदी
की वजह से इंडस्ट्रीज बंद हो गयी ,कल कारखानों पर ताले लग गए और ऐसे में आज
मेहनत और मज़दूरी करने वाले लोगो के आँखों में आँसू,मन में पीड़ा,और जीवन में दुःख-
अभाव हावी है | बंसल ने कहा की जो सूट बूट वाले लोग है वो आम आदमी की
आवश्यकताएँ और परेशानियाँ के बारे में क्या जाने ?
अदम गोंडवी की एक कविता को आज के दिन याद करते हुए बंसल ने कहा कि-
"वो जिसके हाथ में छाले हैं पैरों में बिवाई है,
उसी के दम से रौनक आपके बँगले में आई है|"